Ghazipur News: परंपरा और आस्था का अनोखा संगम देखने को मिला जब नगर में माँ शीतला जी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा वर्षों से च...
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गंगा जल से हुआ जलाभिषेक
शोभायात्रा का प्रारंभ ददरीघाट गंगा तट से हुआ, जहां से भक्तगण गंगा जल लेकर निकले। यह यात्रा नगर के मुख्य मार्गों से होती हुई नवाबगंज स्थित शीतला माता मंदिर पहुँची। वहां गंगा जल से माता जी का विधिवत जलाभिषेक किया गया। मंदिर परिसर में भक्तों ने मां के जयकारे लगाए और पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
कन्याओं की सहभागिता बनी आकर्षण का केंद्र
शंकर बालिका विद्यालय की भारी संख्या में कन्याएं हाथों में कलश और गंगा जल लेकर शोभायात्रा में शामिल हुईं। पूरे मार्ग में “जय माता दी” के उद्घोष से माहौल भक्तिमय बन गया। यह दृश्य श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।
झांकी और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बढ़ाई शोभा
शोभायात्रा में 5 डीजे, घोड़े और पारंपरिक बैंड-बाजों के साथ कई सांस्कृतिक कलाकार भी शामिल रहे। भगवान् शिव माता पार्वती, काली मां, राधा-कृष्ण, दुर्गा माता और स्वयं शीतला माता जी की भव्य झांकियों ने यात्रा को भव्यता प्रदान की। कलाकारों ने पूरे मार्ग पर धार्मिक झांकियों और गीतों के माध्यम से वातावरण को और अधिक उत्सवमय बना दिया।
सैकड़ों श्रद्धालु हुए शामिल
इस शोभायात्रा में सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष भक्त शामिल हुए। लोग पूरे जोश और श्रद्धा के साथ मां शीतला के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ते रहे। शोभायात्रा मार्ग में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने जल, फूल और प्रसाद अर्पित कर यात्रा का स्वागत किया।
सामाजिक और धार्मिक संगठन भी रहे सक्रिय
इस शोभायात्रा में विश्व हिंदू परिषद के जिला सह मंत्री प्रदीप वर्मा समेत अन्य धार्मिक लोग सक्रिय रूप से मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि ऐसी धार्मिक यात्राएं समाज में आपसी भाईचारे, संस्कृति और आस्था की निरंतरता को जीवित रखती हैं।
धार्मिक उत्साह में डूबा नगर
पूरे नगर में शोभायात्रा के दौरान उल्लास और उत्साह का माहौल देखने को मिला। लोग अपने घरों से बाहर निकलकर झांकियों का स्वागत कर रहे थे। बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों ने मिलकर इस ऐतिहासिक परंपरा का आनंद उठाया।
👉 माँ शीतला जी की इस भव्य शोभायात्रा ने यह संदेश दिया कि हमारी लोक परंपराएं केवल धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत रखने का माध्यम भी हैं।